Wednesday, June 4, 2008

ये है सरकार का टशन !

क्या हो गया??? सब के मुह में यही बात थी. सारे न्यूज़ चैनल इसी बात को लेकर परेशान . आवाम को मद्दे नज़र रखते हुए तो पेट्रोल, डीसल और रसोई गैस के दाम नहीं बढाये. मेरे घर में क्या, सब के घर में यही रहा चर्चा का विषय. चाहे वो कोई टीवी स्टार हो या एक मामूली सा आदमी जो प्रति दिन २० रुपये कम कर गुज़ारा करता है. प्रधानमंत्री जी ने तो अपनी बात देश के सामने रख दी पर अब जनता क्या करे? इससे तो हर उस चीज़ पर असर पड़ेगा जो हम रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में इस्तेमाल करते हैं. चाहे वो सब्जी के दाम हो या, बच्चों की स्चूल फीस, वैन वाले पैसे बढा देंगे और कॉलेज की फीस, घर की बाई का मासिक वेतन या फिर एक माली के आने- जाने का खर्चा . छोटी से बड़ी चीज़ महंगी हो जायेगी. अब आम आदमी इस खोज में है की किस तरह अपने खर्च में कटौती करें की ये बढोतरी इतनी महंगी न पढ़ जाए.

सरकार ने तो अपना फैसला सुना दिया. उनका टशन तो यही था, राष्ट्र की इकोनोमी को बढ़ाना अब तो आवाम का टशन है की बचत कैसे करें?

2 comments:

PD said...

हम भी इस टशन में शामिल हैं.. पहले से ही कुछ पैसा नहीं बचता था, अब कहां से बचेगा.. :(

डॉ .अनुराग said...

देर रात तक प्रसून वाजपयी साहेब की गुफ्तगू जी न्यूज़ पर कुछ बुद्धिजीवियों के साथ सुनता रहा....सारे तर्को का यही निचोड़ रहा की.....बस अब खर्चे कम करो......ज्यादा से ज्यादा वामपंथियों के शोर से ये १ या दो रुपये कम भी कर दे....पर टैक्स आधा ही लेंगे पेट्रोल पर.....